International Research journal of Management Science and Technology

  ISSN 2250 - 1959 (online) ISSN 2348 - 9367 (Print) New DOI : 10.32804/IRJMST

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रवीन्द्रनाथ टैगोर के शिक्षा दर्शन की वर्तमान में उपयोगिताः एक अध्ययन

    1 Author(s):  JYOTI

Vol -  8, Issue- 11 ,         Page(s) : 289 - 292  (2017 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMST

Abstract

आधुनिक भारत कानिर्माण करने में जिन विचारकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है उसमें दयानन्द, स्वामी विवेकानन्द, महामना मदनमोहन मालवीय, रवीन्द्रनाथ टैगोर, महात्मा गांधी और महर्षि अरविन्द का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है। इन विचारकों ने भारतीय शिक्षा को अपने विचारों से प्रभावित किया है जिनमें से रवीन्द्रनाथ टैगोर का योगदान भी बड़ा सराहनीय रहा। टैगोर ने विश्व भारती की स्थापना करके शिक्षा के क्षेत्र में एक नयी विचारधारा का सूत्रपात किया।

1. रेखा :  रविन्द्रनाथ टैगोर और अरविंद घोष के शिक्षा दर्शन का तुलनात्मक 
अध्ययन एम. एड., शोध प्रबन्ध, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक 2008
2. वालिया, जे. एस. ‘‘शिक्षा के दार्शनिक एवं सामाजिक आधार’’ अहिम लाल पब्लिकेशर्स, जलन्धर, 2007
3. निर्मल वर्मा विश्व के महान शिक्षा शास्त्री, आमेगा पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली 2006
4. सेठ कीर्ति देव भारतीय शिक्षा दर्शन वैदिक प्रकाशन 1960
5. एन. आर. स्वरूप शिक्षा के दर्शनिव व समाजशास्त्रीय सिद्धांत, आर. लाल बुक डिपो सक्सैना मेरठ 2003
6. हरिवंष तरूण मानव शिक्षा दर्शन एवं शैक्षिक समाजशास्त्र, प्रकाशन संस्थान, नई दिल्ली 2003
7. शीलू मैरी एलेक्स शिक्षा दर्शन रजत प्रकाशन, नई दिल्ली 2008
8. औदिच्य हिमांशु शिक्षा व उदीयमान भारतीय समाज, अवस्था प्रकाशन जयपुर 2006

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