International Research journal of Management Science and Technology

  ISSN 2250 - 1959 (online) ISSN 2348 - 9367 (Print) New DOI : 10.32804/IRJMST

Impact Factor* - 6.2311


**Need Help in Content editing, Data Analysis.

Research Gateway

Adv For Editing Content

   No of Download : 56    Submit Your Rating     Cite This   Download        Certificate

स्नातक स्तर के विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों की यौन-शिक्षा के प्रति अभिवृत्ति का अध्ययन

    2 Author(s):  VINOD KUMAR, PROF. NEERJA SHARMA

Vol -  7, Issue- 12 ,         Page(s) : 146 - 148  (2016 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMST

Abstract

आज का समय साॅस्कृतिक संक्रमण, उपभोक्ता वाद भूमण्डीकरण उदारीकरण और आंतकी दहशत का है। राष्ट्र समाज मानवता परिवार यहाॅ तक की मानव का व्याकरण भी तेजी से बदल रहा है। चरित्र, चाहना और चिंतन के मान भी काफी बदल गये है। या निरन्तर बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। नैतिकता के सारे प्रतिमान टूट रहे हैं। बाजार तो मुक्त हुआ ही है नैतिकता और हमारा शील ही उन्मुक्त हो चला है। दूरदर्शन और मीडिया के बदले प्रभाव ने हमारी मर्यादएँ तोड़ी है अथवा इनका प्रयास जाने अनजाने में कुछ ऐसा ही दिख रहा है। पाश्चात्य संस्कृति का यौनचरक हमारे दिलों दिमाग पर होता जा रहा है। उन्नीसवीं एवं बीसवीं सदी के पूर्वार्द्ध में हमारी संस्कृति अनेक अवरोधों से ग्रसित थी।

1. के.एल. करबर (2005): ’’सेक्स और समाज’’ ग्लोबल विजन पब्लिशिंग हाउस, नई दिल्ली।
2. एलिस हेवलाक (1977): ’’यौन मनोविज्ञान का अध्ययन’’, न्यू अमेरिकन लाइब्रेरी, लन्दन।
3. कपिल हंस कुमार (2007)ः ’’अनुसंधान विधियाॅ’’ एच.पी. भार्गव बुक हाउस, आगरा।
4. गुप्ता मनमथ नाथ: ’’यौन मनोविज्ञान’’, साहित्य परिवार, राजपाल एण्ड सन्स, नई दिल्ली।

*Contents are provided by Authors of articles. Please contact us if you having any query.






Bank Details