International Research journal of Management Science and Technology
ISSN 2250 - 1959 (online) ISSN 2348 - 9367 (Print) New DOI : 10.32804/IRJMST
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सुधा अरोड़ा की कहानियों में स्त्री-जीवन
1 Author(s): DR. MANPREET KAUR
Vol - 10, Issue- 3 , Page(s) : 186 - 192 (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMST
प्रागैतिहासिक कबीलाई समाज को छोड़कर सभी प्राचीन और मध्ययुगीन समाजों में स्त्रियाँ सदैव पुरुषों के अधीन रही हैं। अंग्रेजों की भारत विजय के बाद ही इस देश में नारी-सुधार आंदोलनों और स्त्री-चेतना का उदय हुआ। यह सही है कि भारतीय इतिहास में गार्गी, मैत्रेयी, लोपामुद्रा, चाँदबीबी, रजिया बेगम, नूरजहाँ, लक्ष्मीबाई और अहिल्याबाई जैसी नारियाँ है, किंतु वे सभी राजघरानों या सत्ता के करीब थीं। इनमें कोई आम जनमानस के करीब नहीं थीं।