International Research journal of Management Science and Technology
ISSN 2250 - 1959 (online) ISSN 2348 - 9367 (Print) New DOI : 10.32804/IRJMST
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कृषि एवं कृश्याधारित उद्योग बनाम अर्थव्यवस्था सुदृढ़ीकरण एवं विकास की सम्भावनायें
1 Author(s): DR. KIRAN FATMA
Vol - 9, Issue- 10 , Page(s) : 42 - 43 (2018 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMST
उपर्युक्त कथन भारतीय अर्थव्यवस्था में कृशि के महत्व को बताता है। प्राचीनकाल से ही कृशि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ रही है। स्वतंत्रता से पूर्व भारत की राश्ट्रीय आय का लगभग दो तिहाई कृशि से प्राप्त होता था। स्वतंत्रता के बाद विषेश तौर पर योजनाओं को लागू करने के बाद से द्वितीयक व तृतीयक क्षेत्रों के विकास के कारण कृशि का हिस्सा लगातार कम होता गया है।